तुम रूठे रहो मोहन
लिरिक्स
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| तुम रूठे रहो मोहन लिरिक्स |
तुम रूठे रहो मोहन लिरिक्स
तुम रूठे रहो मोहन ,
हम तुमको मना लेंगे
आहों में असर होगा ,
चरणों में समा लेंगे
तेरी याद की लो दिल में,
रह रह के भड़कती है
जो आग लगाई है,
अश्कों से बुझा देंगे
बड़ी आस से आये है ,
तेरे दर पे सनम मेरे
तेरे दर के सवाली हैं ,
खाली तो न जायेंगे
तेरे चाहने वाले हैं,
चाहत पे भरोसा है
मिलने की तमन्ना है ,
खाब सजा लेंगे
वादा तो करो प्यारे,
इक रोज़ मिलोगे तुम
झूठा ही सही वादा,
हम दिल बहला लेंगे
तुम कहते हो मोहन,
हमें राधा प्यारी है
हम राधे की कृपा से,
तुमको भी पा लेंगे
तुम कहते हो मोहन,
हमें कहाँ बिठाओगे
दिल में तो आ जाओ,
हम पलकों पे बिठा लेंगे
रास्ता तेरे मिलने का,
हम जान गए मोहन
राधे जब कह देंगी,
हमें आप बुला लेंगे
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