ओ कान्हा रे लिरिक्स
(श्रेया घोषाल)
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ओ कान्हा रे लिरिक्स (श्रेया घोषाल) |
Song: O Kanha Re
Singer: Shreya Ghoshal
Music Composer: Shreyas Puranik
Lyrics: Saaveri Verma
ओ कान्हा रे लिरिक्स
(श्रेया घोषाल)
रोज़ सुबह पनघट पे खेले
बिन रंगों की होली
रोज़ सुबह पनघट पे खेले
बिन रंगों की होली
भीगा मोरा दामन भीगा
भीगा मोरा दामन भीगा
भीगी रे मोरी चोली
हे कान्हा रे... तूने
काहे गगरिया फोरी
काहे तू ऐसे
काहे करे बर जोरी
ओ कान्हा रे... तूने
काहे गगरिया फोरी
काहे तू ऐसे
काहे करे बर जोरी
जोर झपट कर मोड़ी
कलैया मोरी,
काहे को तूने मरोड़ी
ओ लोक लाज सब छोड़ी
ओ कान्हा काहे, काहे करे बर जोरी
सुधबुध मैं सारी खोयी
तू न जाने निर्मोही
सब जग जाने हैं
भोली सूरत के पीछे
नटख़ट रहता है कोई
सब पहचाने हैं...
फिर भी ना छूटे मोह ये कैसा
फिर भी ना छूटे मोह ये कैसा
प्रीत की कैसी डोरी
ओ कान्हा रे... तूने
काहे गगरिया फोरी
काहे तू ऐसे
काहे करे बर जोरी
ओ कान्हा रे... तूने
काहे गगरिया फोरी
काहे तू ऐसे
काहे करे बर जोरी
प्रेम गली है सांकरी
जा में दो ना समाये
जब मैं थी तब हरी नहीं
जब हरि हैं मैं नाहीं
ओ कान्हा रे... तूने
काहे गगरिया फोरी
काहे तू ऐसे
काहे करे बर जोरी
ओ कान्हा रे... तूने
काहे गगरिया फोरी
काहे तू ऐसे
काहे करे बर जोरी....
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