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कलियुग वार्निंग हिंदी रैप लिरिक्स

कलियुग वार्निंग

हिंदी रैप लिरिक्स

कलियुग वार्निंग हिंदी रैप लिरिक्स
कलियुग वार्निंग हिंदी रैप लिरिक्स

Song - Kaliyuga Warning
Rapper/Lyrics - Ghor Sanatani
Music/Mix/Master - Ghor Sanatani

कलियुग वार्निंग

हिंदी रैप लिरिक्स

आज हर मनुष्य नीच, क्रूर
और स्वार्थी बन चूका है ।
बस कोई उसे स्वीकारना नहीं चाहता ।
आओ मैं तुम्हें तुम्हारे अन्दर के
कलि से मिलवाता हूँ ।

आज हो रहे विनाश का
कलि है करता धरता
इन्स्टाग्राम खोल देखो
रोज एक पति मरता

चाहे कोई भी हो घटना
सबके प्राण कलि हरता
मानवों में वास करता
ना कलि किसी से डरता

नारी नंगी हो चुकी है
इन्स्टाग्राम के बहाने
अधिकार क्या दिलाये
अब ये किसी की न माने

ना कोई धर्म को पहचाने
ना कोई संस्कृति जाने
सभी भजन भूल बैठे
अश्लील सुनते गाने

कभी थे अपना शौर्य
पुरुष रणभूमि में दिखाते
आज साड़ी बांध लड़के
देखो गे बनते जाते

कभी थे नृत्य करने वाली
राजा बाहर से बुलाते
आज अपनी ही बेटियों को
घरों में नचाते

घर की बेटी मान बहू से
क्या पल्लू हटवाया
स्कर्ट पहन अपना जिस्म
इन्स्टाग्राम पर दिखाया

ऑनलाइन प्यार हुआ
ऐसा स्वांग है रचाया
सास ससुर पति देखो
झूठे केस में फसाया

हर आदमी दुसरे की बहन को
गन्दी वासना भरी नज़रों से
हर रोज ताड़ता है ।
किन्तु कोई उसकी बहन को
उसी नजर से देखे
तो मिर्ची लगती है...
हा..... हा.....

नर नारी ढोंग करते
प्यार बना है खिलौना
बलात्कारी छुट जाते
न्याय हो गया है बौना

कामवासना में बाप
बेटी संग चाहे सोना
भाई बहन का भी रिश्ता
देखो हो गया घिनौना

हनीमून पर ले जाके
पत्नी मर देती पति
कभी पति के खिलाफ ना
शब्द सुनी माता सती

आज पैसे और ठरक में
सबकी भ्रष्ट हुई मति
अभी हुई है शुरुआत
कलि बढ़ा रहा गति

वन काट दिए, जीव मार दिए
किसलिए...
बस खुद की सुविधा के लिये
किन्तु मुर्ख मानवों
ये कैसे भूल गए
कि तुम्हारी मृत्यु भी होगी ।
तुमने ये कैसे सोच लिया
कि इन निर्दोष बेजुबानों को मार कर
तुम पृथ्वी पर सदा के लिए रहोगे ।
आज उसी का फल है
कि मानव अपनी 100 वर्ष की आयु
आधी कर बैठा है ।

चलते फिरते आदमी को
हार्ट अटैक देखो आता
कभी सदी की थी आयु
आज 60 ना कोई जाता

असंख्य फल सब्जी अनाज
फिर भी मनुष्य मास खाता
लुट मार करके दूसरों को
अपना घर बनाता

लेने भाई की जमीन
हाथ लगा उसका लहू
बाहर पति है कमाता
मौज करते ससुर बहू

छोटी बच्चियों के रैप हुए
कैसे मैं ये सहूँ
हर किसी को चुभता हूँ
क्योंकि सदा सत्य कहूँ

आज मंदिरों में भी फोटो,
सेल्फी खींचने के लिये जाते है,
क्योंकि उसे सोशल मिडिया पर
अपलोड जो करना है ।
प्रभु भक्ति से किसी को
कोई लेना देना नहीं है
यही कलियुग की सच्चाई है ।

मनुष्य हो गया क्रूर
करता नशे खेले जुए
वन काट शहर बने
कितने जीव लुप्त हुए

पानी गहरा होता जा रहा
सारे दबा दिए कुएँ
आने वाली पीढ़ियों के
दम घोटेंगे ये धुएँ

इंटरनेट की तरंगे
कितने पक्षियों को मारे
पेड़ काट दिए बता
कहाँ जाएँगे बेचारे

लड़की क्रोम से भी ज्यादा
कपडे इन्स्टा पे उतारे
पुरुष वासना में अंधे
इनको फॉलो करते जारे

तेरे जीभ के स्वाद कारण
मुर्गे देते जान
अब भी सोचता है मुर्ख
तुझको मिलेंगे भगवान

तेरे जीभ के स्वाद कारण
बकरे देते जान
अब भी सोचता है मुर्ख
तुझको मिलेंगे भगवान

बेजुबान पशुओं की सवारी चढ़कर
पशुपतिनाथ को प्रसन्न करने जाते है मुर्ख ।
किसको मुर्ख बनाते हो , खुदको....
या केदार बाबा को....?
गधों जैसा शरीर लेकर
बेजुबानों पर चढ़कर तुम्हें लगता है
बाबा प्रशन्न हो जाएँगे ।
तुम लाख सेल्फी खिंच लेना
किन्तु वो पूण्य उन बेजुबानों को मिलेगा
जो पैदल तुम जैसे गधों का बोझ ढ़ोकर
तुम्हें केदार नाथ ले जाते है ।

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