झूम के सावन आया लिरिक्स (स्वाति मिश्रा)

झूम के सावन आया लिरिक्स

(स्वाति मिश्रा)

झूम के सावन आया लिरिक्स (स्वाति मिश्रा)
झूम के सावन आया लिरिक्स (स्वाति मिश्रा)

Singer: Swati Mishra
Music Director: Mohit Musik
Lyricist: Swati Mishra

झूम के सावन आया लिरिक्स

(स्वाति मिश्रा)

कितना जलाया खुद को,
तब था गौरी ने शिव को पाया।
प्रेम का पाठ पढ़ाने फिर,
ये झूम के है सावन आया।

कितना जलाया खुद को,
तब था गौरी ने शिव को पाया।
प्रेम का पाठ पढ़ाने फिर,
ये झूम के है सावन आया।

शिव की खातिर माता सती ने,
सदियों तक खुद को तपाया था
महलों की राजकुमारी ने
सब हँसते हँसते गवाया था

प्रेम ना देखे धन दौलत
बस प्रीतम में सब सुख पाया
इसी का पाठ पढ़ाने फिर,
ये झूम के है सावन आया।

जोड़ी शिव पार्वती जैसी,
पुरे ब्रह्माण्ड में कहीं नहीं
खुद को अग्नि में दाह करे
ऐसी पतिव्रता कोई नारी नहीं

मानके अर्धनारीश्वर को
शिव शक्ति में जग ये समाया
त्याग का पाठ पढ़ाने फिर,
ये झूम के है सावन आया।

कितना जलाया खुद को,
तब था गौरी ने शिव को पाया।
प्रेम का पाठ पढ़ाने फिर,
ये झूम के है सावन आया।

कितना जलाया खुद को,
तब था गौरी ने शिव को पाया।
प्रेम का पाठ पढ़ाने फिर,
ये झूम के है सावन आया।

टिप्पणियाँ