
॥ मीरा के प्रभु गिरधर नागर लिरिक्स ॥
कीवें मुखड़े तों नजरा हटावां
कीवें मुखड़े तों नजरा हटावां
नहीं तेरे जेया होर दिसदा
नहीं तेरे जेया होर दिसदा
मीरा के प्रभु गिरधर नागर
राधा के मनमोहना
राधा दिन श्रृंगार करेऔर
मीरा बन गयी जोगनियाँ
दिल करदा मैं तेनू वेखी जावां
दिल करदा मैं तेनू वेखी जावां
नहीं तेरे जेया होर दिसदा
नहीं तेरे जेया होर दिसदा
मीरा के प्रभु गिरधर नागर
राधा के मनमोहना
राधा दिन श्रृंगार करे
और मीरा बन गयी जोगनियाँ
दिल करदा मैं तेनू वेखी जावां
दिल करदा मैं तेनू वेखी जावां
नहीं तेरे जेया होर दिसदा
नहीं तेरे जेया होर दिसदा
Ques. इस भजन के सिंगर कौन है ?
Ans.- इस भजन के सिंगर सचेत तथा परम्परा हैं लेकिन इस भजन के हिंदी अंतरे के पुराने सिंगर लता मंगेशकर जी है ।
Ques. मीरा के बारे में बताये ।
Ans.-मीरा राजस्थान के जोधपुर के मेड़ता राजवंश की राजकुमारी थी जिनका जन्म सन १४९८ को हुआ था । जब मीरा की आयु २ वर्ष थी तो उनकी माता की मृत्यु हो गयी थी जिसके बाद उनके दादा राव दुदा ने उनका पालन पोषण किया । मीरा बचपन से ही कृष्ण की भक्त थी और जीवन भर कृष्ण को ही अपना सब कुछ मान लिया था एसी मान्यता है की मीरा के अंत समय में मीरा कृष्ण की मूर्ति में ही समा गयी थी ।
Ans.- इस भजन के सिंगर सचेत तथा परम्परा हैं लेकिन इस भजन के हिंदी अंतरे के पुराने सिंगर लता मंगेशकर जी है ।
Ques. मीरा के बारे में बताये ।
Ans.-मीरा राजस्थान के जोधपुर के मेड़ता राजवंश की राजकुमारी थी जिनका जन्म सन १४९८ को हुआ था । जब मीरा की आयु २ वर्ष थी तो उनकी माता की मृत्यु हो गयी थी जिसके बाद उनके दादा राव दुदा ने उनका पालन पोषण किया । मीरा बचपन से ही कृष्ण की भक्त थी और जीवन भर कृष्ण को ही अपना सब कुछ मान लिया था एसी मान्यता है की मीरा के अंत समय में मीरा कृष्ण की मूर्ति में ही समा गयी थी ।
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