राधिके रैप लिरिक्स
(घोर सनातनी)
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राधिके रैप लिरिक्स (घोर सनातनी) |
Lyrics/Composer/Rapper/Music/:- GHORSANATANI
राधिके रैप लिरिक्स
(घोर सनातनी)
ओ राधे तेरा मोहन आया
रास रचाने को
मैं तरस गया था
तेरे हाथों माखन खाने को
राधे कोई रात नहीं
तेरी याद ना आयी हो
पाप लगे तेरे सिवा
किसी को बंसी सुनाई जो
कृष्ण अधुरा राधे तुझ बिन
क्यों नाराज बैठी तू
प्राणों से भी प्यारी मुझको
राधिके किशोरी तू
लागे सबसे न्यारी मुझको
प्रीत की वो डोर तू
प्राणों से भी प्यारी मुझको
राधिके किशोरी तू
लागे सबसे न्यारी मुझको
प्रीत की वो डोर तू
तीनों लोक का स्वामी
राधे तेरा है दीवाना
छोड़ द्वारका मैं आऊँगा
कोई लगा के बहाना
तेरे हाथों से तू राधे
मुझे माखन खिलाना
राधे छोड़ दे यू हट
मुझे कर ना बेगाना
राधे मान भी जा
कृष्ण जिता तेरे ही सहारे
श्याम ढूंढ़ता है तुझको
राधे राधे जो पुकारे
राधे प्रेमियों में चलती रहती
इतनी नोंक झोंक
तेरी एक मुस्कान पे
मैं वारू तीनों लोक
देख वृन्दावन आया
तेरा श्याम तुझसे मिलाने
मैंने बाँसुरी बजायी
देखो फुल लगे खिलने
मिलने मस्ती में नाचे
पेड़ पौधे लगे हिलने
मुझे डाट ही लगा दे
बोल दे जो तेरे दिल मे
प्राणों से भी प्यारी मुझको
राधिके किशोरी तू
लागे सबसे न्यारी मुझको
प्रीत की वो डोर तू
प्राणों से भी प्यारी मुझको
राधिके किशोरी तू
लागे सबसे न्यारी मुझको
प्रीत की वो डोर तू
श्याम तेरा ही था राधे
और तेरा ही रहेगा
तुझे पीड़ा कभी होगी
आँसू मेंरा ही बहेगा
मेरा वादा ये जमाना
राधे राधे भी कहेगा
तेरा श्याम तेरे दुःख दर्द
सीने में सहेगा
राधे तुम हो मेरा दिल
और तुम ही धड़कन
तेरे बिन सब सुना लागे
लागे नहीं मन
राधे जीवन ये प्राण
तुझे करू अर्पण
तुझे देखु खुद में
जो देखु कभी दर्पण
तुझसे दूर होके राधे
मुझे कहाँ रहा होश
तेरा कान्हा है बेसुध
मानू सदा ही बेहोश
मुझे पता दुनिया वाले
देंगे मुझको ही दोष
राधे तू भी आज ताने मार
ढंग से ले गोष
प्राणों से भी प्यारी मुझको
राधिके किशोरी तू
लागे सबसे न्यारी मुझको
प्रीत की वो डोर तू
प्राणों से भी प्यारी मुझको
राधिके किशोरी तू
लागे सबसे न्यारी मुझको
प्रीत की वो डोर तू
प्राणों से भी प्यारी मुझको
राधिके किशोरी तू
लागे सबसे न्यारी मुझको
प्रीत की वो डोर तू
प्राणों से भी प्यारी मुझको
राधिके किशोरी तू
लागे सबसे न्यारी मुझको
प्रीत की वो डोर तू
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