संदेश

आरती कुंज बिहारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं लिरिक्स

जरा इतना बता दे कान्हा तेरा रंग काला क्यूँ

राधे ब्रज जन मन सुखकारी राधे

प्यारो लागे रे मोहे मेरो वृंदावन